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Using Windows System Tools

How to use Windows System Tools
What are Windows System Tools

 विंडोज सिस्टम टूल्स | Windows System Tools


विंडोज  को सुचारू रूप से चलाने के लिए समय-समय पर बेसिक मेन्टेनेंस करना महत्वपूर्ण है। विंडोज़ में इन कार्यों  के लिए कुछ यूटीलिटी प्रोग्राम  उपलब्ध  कराता है। जिन्हे सिस्टम टूल्स कहा जाता है।

विंडोज में कुछ टूल्स जैसे डिस्क डिफ्रैगमेंटर, डिस्क क्लीनअप,  फ्री डिस्क स्पेस, शेड्यूल्ड टास्क, बैकअप, फाइल्स एंड सेटिंग्स ट्रांसफर विजार्ड, शेड्यूल्ड टास्क, सिस्टम इन्फॉर्मेशन और सिस्टम रिस्टोर  आदि शामिल होते हैं। 

विंडोज यूटिलिटी प्रोग्राम ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आते हैं और कंप्यूटर सिस्टम को बेहतर तरीके से कण्ट्रोल एवं मैनेज करने में मदद करते हैं. 

इन सिस्टम टूल्स को विंडोज 7 में स्टार्ट मेनू => ऑल प्रोग्राम => विंडोज एक्सेसरीज  => सिस्टम टूल्स से एक्सेस किया जा सकता है. विंडोज 10 में सिस्टम टूल्स को विंडोज  एडमिनिस्ट्रेटिव टूल्स से रन किया जा सकता है. 

प्रमुख विंडोज सिस्टम टूल्स निम्नानुसार हैं :

सिस्टम इनफार्मेशन | System Information

सिस्टम इनफार्मेशन यूटिलिटी कंप्यूटर सिस्टम  के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के संबंध में सभी जानकारी प्रदान करता है। सिस्टम इनफार्मेशन यूटिलिटी कंप्यूटर के हार्डवेयर जैसे प्रोसेसर, मेमोरी, हार्ड डिस्क, ऑप्टिकल डिस्क, डिस्प्ले डिवाइस, पेरिफेरल डिवाइस आदि  की जानकारी प्रदर्शित करता है। हार्डवेयर के अलावा यह  सॉफ्टवेयर के अंतर्गत ऑपरेटिंग सिस्टम, ऑपरेटिंग सिस्टम वर्शन, डिवाइस ड्राइवर्स आदि की जानकारी भी उपलब्ध कराता है.

How to use System Information Utility


सिस्टम इनफार्मेशन यूटिलिटी निम्न जानकारी उपलब्ध कराता है

System Summary : कंप्यूटर की सामान्य संक्षिप्त जानकारी इसके अंतर्गत उपलब्ध होती है.

Hardware Resources : कंप्यूटर हार्डवेयर रिसोर्सेज में  Conflicts/Sharing, DMA, Forced Hardware, I/O, IRQs एवं Memory की विस्तृत जानकारी दिखाई देती है.

Components : कॉम्पोनेन्ट में कंप्यूटर में प्रयोग किए गए पेरिफेरल और हार्डवेयर डिवाइस के बारे में सभी जानकारी होती है। इसमें Multimedia,CD-ROM, Sound Device, Display, Infrared, Input, Modem, Network, Ports, Storage, Printing, USB की डिटेल्स प्राप्त की जा सकती है.

Software Environment : सॉफ्टवेयर एनवायरनमेंट में कंप्यूटर में इनस्टॉल सॉफ्टवेयर एवं डिवाइस ड्राइवर्स आदि की विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है जिसमें System Drivers, Environment Variables, Print Jobs, Network Connections, Running Tasks, Loaded Modules, Services, Program Groups, Startup Programs, OLE Registration, Windows Error Reporting शामिल हैं.

सिस्टम इनफार्मेशन को शॉर्टकट की Windows + R के द्वारा "रन (Run)” डायलॉग बॉक्स, अथवा सर्च बॉक्स में msinfo32 टाइप कर के डायरेक्ट रन किया जा सकता है।



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टास्क मेनेजर | Task Manager

टास्क मैनेजर कंप्यूटर सिस्टम के प्रत्येक टास्क / प्रोसेस और कंप्यूटर की परफॉरमेंस को देखने की सुविधा प्रदान करता है। टास्क मैनेजर का उपयोग करके कंप्यूटर पर चल रहे प्रोग्राम, प्रोग्राम द्वारा उपयोग किए जा रहे प्रोसेसर, मेमोरी,  डिस्क स्पेस को देखा जा सकता है. इसके साथ ही कंप्यूटर के विभिन्न सिस्टम जैसे के प्रोसेसर, मेमोरी, डिस्क ड्राइव, नेटवर्क आदि का परफॉरमेंस भी देखा जा सकता है.

How to use Windows Task Manager Utility


टास्क मैनेजर द्वारा सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला टास्क है किसी प्रोग्राम को चलने से रोकने के लिए एंड टास्क (End Task) का उपयोग करना। यदि कोई प्रोग्राम कंप्यूटर पर काफी समय से रेस्पोंड नहीं दे रहा है तो कंप्यूटर को रीस्टार्ट किए बिना प्रोग्राम को बंद करने के लिए टास्क मैनेजर से एंड टास्क (End Task)  को सिलेक्ट कर उस प्रोग्राम को बंद किया जा सकता है। टास्क मैनेजर के मुख्य टैब निम्न हैं : 

एप्लीकेशन / प्रोसेस  (Application/Process)  : एप्लीकेशन टैब एवं प्रोसेस टैब विंडोज 7  पर अलग अलग होते थे लेकिन दोनों टैब को मिलकर इसे प्रोसेस टैब के रूप में विंडोज 8 एवं 10 पर उपलब्ध कराया गया है. यह कंप्यूटर पर चलने वाले सभी ओपन प्रोग्राम्स को दिखाता है। किसी भी प्रोग्राम को बंद करने के लिए एंड टास्क बटन पर क्लिक किया जाता है.

सर्विस (Service) : सर्विस (Service) टैब कंप्यूटर पर वर्तमान में चल रही सभी Windows सर्विस के नाम एवं उनका डिस्क्रिप्शन दिखाता है।


परफॉरमेंस (Performance) : परफॉरमेंस (Performance) टैब कंप्यूटर के उपलब्ध सिस्टम संसाधनों को प्रदर्शित करता है, जिसमें सीपीयू, मेमोरी, डिस्क ड्राइव, वाई-फाई और नेटवर्क का उपयोग किया जाता है। विंडोज 10 में यह जानकारी चार्ट  के रूप में भी प्रदर्शित की जाती है। इस टैब पर रिसोर्स मॉनिटर बटन पर क्लिक के सभी की विस्तृत जानकारी भी देखी जा सकती है।

यूज़र्स (Users) : यूज़र्स (Users) टैब कंप्यूटर में लॉग इन सभी यूज़र्स (Users) को दिखाता है। विंडोज 8 में, उपयोगकर्ता टैब उन प्रक्रियाओं को भी दिखाता है जो प्रत्येक उपयोगकर्ता चला रहा है।

स्टार्टअप (Startup) : स्टार्टअप (Startup) टैब को विंडोज 8 के साथ पेश किया गया था और यह उन सभी प्रोग्राम को दिखाता है जो विंडोज लोड होने के साथ ही सिस्टम में स्टार्ट हो जाते हैं. स्टार्टअप टैब से, स्टार्टअप प्रोग्राम को डिसेबल भी कर सकते हैं।

विंडोज टास्क मैनेजर लगभग सभी विंडोज उपयोगकर्ताओं के लिए एक उत्कृष्ट उपकरण है, जो रनिंग प्रोग्राम्स को कण्ट्रोल करने में मदद करता है। टास्क मैनेजर को विंडोज 7 में स्टार्ट मेनू => ऑल प्रोग्राम => विंडोज एक्सेसरीज  => सिस्टम टूल्स से एक्सेस किया जा सकता है. विंडोज 10 में सिस्टम टूल्स को विंडोज  एडमिनिस्ट्रेटिव टूल्स से रन किया जा सकता है. 

इस टूल को शॉर्टकट की Windows + R के द्वारा "रन (Run)” डायलॉग बॉक्स, अथवा सर्च बॉक्स में taskmgr टाइप कर के डायरेक्ट रन किया जा सकता है।




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इवेंट व्यूअर | Event Viewer

विंडोज सभी घटनाओं का एक पूरा रिकॉर्ड रखता है, जिसे विंडोज इवेंट व्यूअर में देखा जा सकता है। 

कंप्यूटर सिस्टम में आने वाली समस्याओं जैसे किसी प्रोग्राम का बार बार बंद होना या कंप्यूटर क्रेश होना आदि की जाँच के लिए इवेंट व्यूअर पर जाकर उस विशिष्ट समय के दौरान हुई त्रुटियों की जांच की जा सकती है। किसी घटना पर डबल-क्लिक करके उसका अधिक विवरण और समाधान देखा जा सकता है।

हालांकि इवेंट व्यूअर का उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है, लेकिन किसी समस्या का पता लगाना उसके प्रमुख कार्यों में से एक है। अपने इंटरफ़ेस में इवेंट व्यूअर सभी त्रुटियों और चेतावनियों को दिखाता है।

How to use Windows Event Viewer


जब विंडोज का उपयोग करते हैं, तो ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर पर क्या हो रहा है, इसके बारे में महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी का रिकॉर्ड रखता है। इवेंट व्यूअर पाँच प्रकार की घटनाओं Information, Warning, Error, Success Audit,Failure Audit की जानकारी   ईवेंट लॉग (Event Log) के रूप में सेव  करता है.

ईवेंट व्यूअर को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  “ eventvwr.msc ”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।


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डिस्क क्लीनअप | Disk Cleanup

डिस्क क्लीनअप (Disk Cleanup)  को पहले विंडोज 98 के साथ पेश किया गया था और विंडोज के बाद के सभी वर्शन में इसे शामिल किया गया है। यह उपयोगकर्ताओं (Users) को उन फ़ाइलों को हटाने की सुविधा देता है जिनकी आवश्यकता नहीं है या जिन्हें सुरक्षित रूप से हटाया जा सकता है। अस्थायी फ़ाइलों (Temporary Files) सहित अनावश्यक फ़ाइलों को हटाने से हार्ड ड्राइव और कंप्यूटर के परफॉरमेंस को बेहतर करने में मदद मिलती है।

how to use Windows Disk Cleanup Utility


डिस्क क्लीनअप मुख्य रूप से अस्थायी इंटरनेट फ़ाइल, डाउनलोड की गई प्रोग्राम फ़ाइल और ऑफ़लाइन वेबपेज को हटा सकता है। डिस्क क्लीनअप द्वारा रीसायकल बिन को खाली करने, अस्थायी फ़ाइलों को हटाने और थंबनेल को हटाने की भी अनुमति देता है।

ईवेंट व्यूअर को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  "cleanmgr”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।


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डिस्क डीफ्रेगमेंटर | Disk defragmenter

डिस्क डीफ्रेगमेंटर (Disk defragmenter) को पहले MS-DOS 6.0 और उसके बाद विंडोज के सभी संस्करणों में शामिल किया गया है। इसे हार्ड ड्राइव पर डेटा को क्रोनोलॉजिकल रूप से ऑर्डर करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। डिस्क डीफ्रेगमेंटर  एक प्रोग्राम के प्रत्येक भाग को हार्ड ड्राइव में अलग अलग रखने के स्थान पर एक साथ रखता है, जिससे रीड-राइट हेड, हार्ड ड्राइव पर डेटा को तेजी से एक्सेस कर सकता है। ऐसा करने से HDD प्रदर्शन की दक्षता बढ़ सकती है। 

हार्ड ड्राइव पर डेटा को व्यवस्थित करने से, प्रोग्राम चलाने और हार्ड डिस्क ड्राइव पर फ़ाइलों को खोलने में लगने वाले समय में कमी आ सकती है।

how to use Windows Disk Defragment Utility


जब उपयोगकर्ता फ़ाइलों और फ़ोल्डरों को बनाने या डिलीट करने, किसी प्रोग्राम को इंस्टाल एवं अनइंस्टाल करने के कारण जब कोई फ़ाइल या फ़ोल्डर हार्ड डिस्क से हटा दिया जाता है, तो नई फ़ाइलों के लिए पुराना स्पेस खाली हो जाता है। इस हार्ड डिस्क स्पेस को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए डीफ्रेग का उपयोग किया जाता है।

डिस्क डीफ्रेगमेंटर को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  " dfrgui ”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।


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सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन | System Configuration 

सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन (System Configuration) का उपयोग यह कॉन्फ़िगर करने के लिए किया जाता है कि कंप्यूटर में विंडोज कैसे स्टार्ट हो, और विंडोज स्टार्ट होने पर कौन से प्रोग्राम और सर्विस ऑटोमेटिकली लोड होना चाहिए। सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन से हम अनावश्यक सर्विस को लोड होने से रोक सकते हैं, जिससे विंडोज लोड होने में लगने वाले समय को कम किया जा सकता है. इसके द्वारा अनावश्यक सर्विसेज को भी बंद किया जा सकता है जिससे कंप्यूटर के रिसोर्सेज को बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है.

How to use Windows System Configuration Utility


सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन में General, Boot, Services, Startup एवं  Tools टैब के द्वारा अलग अलग कार्य किए जा सकते हैं. जनरल टैब द्वारा विंडोज को स्टार्ट करने के लिए नार्मल, डायग्नोस्टिक अथवा सेलेक्टिव स्टार्टअप किया जा सकता है. बूट आप्शन मल्टीपल विंडोज या ऑपरेटिंग सिस्टम को सिलेक्ट करने, सर्विसेज आप्शन विंडोज अथवा प्रोग्राम्स द्वारा सर्विस को इनेबल अथवा डिसेबल करने एवं  टूल्स आप्शन विंडोज टूल्स को लांच करने की सुविधा उपलब्ध कराता है. 

सिस्टम कॉन्फ़िगरेशन को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  " msconfig ”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।


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रजिस्ट्री एडिटर | Registry Editor

रजिस्ट्री एडिटर (Registry Editor) का उपयोग उपयोगकर्ताओं को विंडोज रजिस्ट्री को देखने और परिवर्तन करने की अनुमति देता है। इस 

विंडोज रजिस्ट्री एक ऐसा डेटाबेस है जिसमें किसी प्रोग्राम एवं सर्विस द्वारा उपयोग किए जाने वाले कॉन्फ़िगरेशन और सेटिंग्स शामिल होते हैं, जिनके द्वारा प्रोग्राम अथवा सर्विस विंडोज में कार्य करते हैं। यदि किसी प्रोग्राम का कॉन्फ़िगरेशन या सेटिंग्स किसी कारण से करप्ट अथवा जाती हैं तो रजिस्ट्री एडिटर द्वारा उसको परिवर्तित किया जा सकता है. 

How to use Windows Registry Editor Utility


किसी प्रोग्राम की रजिस्ट्री में दो बेसिक पार्ट्स होते हैं: रजिस्ट्री की (Key) एवं और वैल्यू (Value)। रजिस्ट्री कुंजी वे ऑब्जेक्ट हैं जो मूल रूप से फ़ोल्डर हैं, और इंटरफ़ेस में भी बिल्कुल फ़ोल्डर की तरह दिखाई देते हैं। वैल्यू (Value) फ़ोल्डर्स में फ़ाइलों की तरह होती हैं, जो की वास्तविक सेटिंग्स होती हैं। यह निम्न प्रकार से दिखाई देती हैं:

HKEY_LOCAL_MACHINE \ SOFTWARE \ Microsoft \ Windows \ CurrentVersion \ Run


रजिस्ट्री एडिटर के द्वारा कोई भी परिवर्तन करने से पहले रजिस्ट्री का बैकअप बनाना चाहिए क्योंकि यदि कोई परिवर्तन गलत तरीके से किया जाता है, तो कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम कार्य करना बंद कर सकता है। 

रजिस्ट्री एडिटर को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  " regedit ”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।



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विंडोज मेमोरी डायग्नोस्टिक  | Windows Memory Diagnostic

कंप्यूटर की मेमोरी (RAM) ठीक काम कर रही है या नहीं, यह जांच करने के लिए विंडोज में मेमोरी डायग्नोस्टिक टूल उपयोग किया जाता है। यह किसी भी खराबी किए लिए मेमोरी को स्कैन करता है और खराब मेमोरी के बारे में बताता है।

How to use Windows Memory Diagnostic Utility


मेमोरी डायग्नोस्टिक टूल मेमोरी को चेक करने के लिए कंप्यूटर को रीस्टार्ट करने का ऑप्शन देता है, आप इसके द्वारा तुरंत रीस्टार्ट कर मेमोरी चेक करने (Restart Now and check for problems)अथवा बाद में कंप्यूटर रिस्टार्ट करने का (Check for problems the next time I start my computer) विकल्प चुन सकते हैं.


मेमोरी डायग्नोस्टिक का रिजल्ट देखने के लिए इवेंट व्यूअर से मेमोरी डायग्नोस्टिक रिजल्ट पर क्लिक कर डिटेल्स देख सकते हैं.

मेमोरी डायग्नोस्टिक को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  " mdsched ”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।



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टास्क शेड्युलर | Task Scheduler

टास्क शेड्यूलर कंप्यूटर मेंटेनेंस के महत्वपूर्ण कार्यों को शेड्यूल करने की सुविधा देता है. इस टूल की सहायता से कोई भी टास्क को निश्चित समय पर ऑटोमेटिक रूप से चलने के लिए शेड्यूल किया जा सकता है।

यदि डेली एंटीवायरस प्रोग्राम के साथ कंप्यूटर को स्कैन करना है तो  टास्क शेड्यूलर ऐसा कर सकता है। इसी प्रकार बैकअप, डिस्क डिगफ्रेगमेंट, आदि कार्यो को एक निश्चित समय पर करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है.

How to use Windows Task Scheduler Utility


टास्क शेड्यूलर के एक्शन (Action) मेनू के द्वारा बेसिक टास्क क्रिएट किये जा सकते हैं. यह एक टास्क शेड्यूलर विज़ार्ड ओपन करता है जिसमें स्टेप बाइ स्टेप किसी भी टास्क को असाइन किया जा सकता है. किसी भी टास्क को डेली, वीकली, मंथली अथवा एक बार के लिए शेड्यूल किया जा सकता है. इसके द्वारा शेड्यूल किए टास्क को देखा भी जा सकता है.


टास्क शेड्यूलर  को शॉर्टकट की Windows+R द्वारा "रन (Run)" डायलॉग बॉक्स में  " taskschd.msc ”  टाइप कर स्टार्ट किया जा सकता है।



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