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CMOS Configuration

Computer Practical | CMOS Setup in Computer

Computer Practical | CMOS Configuration


omputer Practical CMOS Configuration

CMOS क्या हैं? | What is CMOS?

CMOS का फुल फॉर्म Complementary Metal Oxide Semiconductor है। यह कंप्यूटर के मदरबोर्ड (Mother Board) पर लगी एक मेमोरी चिप है जिसमें BIOS प्रोग्राम से संबंधित जानकारी स्टोर की जाती है। यूजर द्वारा कॉन्फ़िगर की जाने वाली BIOS सेटिंग जैसे कम्प्यूटर की डेट एवं टाइम, डिस्क सेटिंग्स, बूट डिवाइस, स्टार्टअप पासवर्ड आदि को CMOS द्वारा ही सेव किया जाता है।
CMOS और BIOS सेटअप दोनों की सेटिंग्स सिस्टम BIOS में निर्दिष्ट होती हैं। कुछ कंप्यूटर निर्माता इस सेटअप मेनू को BIOS सेटअप के रूप में संदर्भित करते हैं, जबकि अन्य इसे CMOS सेटअप के रूप में संदर्भित करते हैं। CMOS सेटअप कंप्यूटर को बंद करने पर आपकी सिस्टम सेटिंग्स को याद रखता है, जबकि BIOS में बूट-अप प्रक्रिया के लिए सेटिंग्स होती हैं। दोनों सेटिंग्स को एक ही सेटअप मेनू के माध्यम से कॉन्फ़िगर किया जाता है ।
कंप्यूटर के बंद हो जाने पर भी CMOS सेटिंग्स को सुरक्षित रखने के लिए एक लीथियम आयन बैटरी का प्रयोग किया जाता है, जो कि CMOS को लगातार पावर प्रदान कर सकती है। CMOS के लिए आमतौर पर CR2032 सेल बैटरी का प्रयोग किया जाता है।

CMOS एवं BIOS में अंतर | Difference between CMOS & BIOS

CMOS का फुल फॉर्म कॉम्पलीमेन्टरी मेटल आक्साइड सेमी कन्डक्टर (Complementary Metal Oxide Semiconductor) है। यह कंप्यूटर के मदरबोर्ड (Mother Board) पर लगी एक मेमोरी चिप है जिसमें BIOS प्रोग्राम से संबंधित जानकारी स्टोर की जाती है। यूजर द्वारा कॉन्फ़िगर की जाने वाली BIOS सेटिंग जैसे कम्प्यूटर की डेट एवं टाइम, डिस्क सेटिंग्स, बूट डिवाइस, स्टार्टअप पासवर्ड आदि को CMOS द्वारा ही सेव किया जाता है।
BIOS का फुल फॉर्म बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम (Basic Input/Output System) है, जिसका प्रयोग कम्प्यूटर हार्डवेयर को मैनेज करने के लिए किया जाता है।
जब कम्प्यूटर को स्टार्ट किया जाता है तो सबसे BIOS रन होता है, BIOS का मुख्य कार्य हार्डवेयर पार्ट्स - इनपुट, आउटपुट, डिस्क ड्राइव आदि को चेक करने के पश्चात बूटिंग के लिए आवश्यक फाइल ढूंढ कर ऑपरेटिंग सिस्टम को शुरू करना होता है।

How to use CMOS Setup?

कम्प्यूटर निर्माताओं द्वारा BIOS सेटिंग के लिए अलग अलग की (Key) का उपयोग किया जाता है। कम्प्यूटर सिस्टम के CMOS सेटअप स्टार्ट करने के लिए प्रयोग की जाने वाली की (key) हमेशा BIOS बूटस्क्रीन पर दिखाई देती है। यदि BIOS बूट स्क्रीन प्रदर्शित नहीं होती है या CMOS सेटअप की नहीं दिखाती है, तो 'Esc', 'Del', 'F1', 'F2', 'F10', का प्रयोग किया जा सकता है।

How to use CMOS Setup?

CMOS सेटअप द्वारा निम्न सेटिंग को परिवर्तित किया जा सकता है।
Date and Time : कंप्यूटर के डेट टाइम सेटिंग को इस ऑप्शन के द्वारा सेट करते हैं।
IDE/SATA : एक से अधिक हार्ड डिस्क का प्रयोग करने के लिए इस ऑप्शन के द्वारा प्राइमेरी / सेकन्डेरी के रूप में सेट कर सकते है।
Devices : कंप्यूटर मे उपयोग की जाने वाली डिवाइस को प्लग एण्ड प्ले ऑप्शन के द्वारा BIOS सेटिंग से ऑटोमैटिक रूप से अपडेट कर प्रयोग किया जा सकता है।
System Information : कंप्यूटर सिस्टम की इनफार्मेशन जैसे मेमोरी है, डिस्क ड्राइव, डिवाइस आदि की जानकारी चेक की जा सकती है।
Boot Order : BIOS द्वारा कम्प्यूटर के बूट ऑर्डर को सेट किया जा सकता है। बूट ऑर्डर को जिस डिस्क या ड्राइव से सेट किया जाता है, उसी ऑर्डर में कम्प्यूटर उस ड्राइव से बूट करता है। यदि फर्स्ट बूट ऑर्डर सीडी/डीवीडी है, तो जब भी कंप्यूटर स्टार्ट होगा तो सबसे पहले सीडी/डीवीडी से बूट होगा। उसके बाद बूटिंग के लिए अन्य ड्राइव को चेक करेगा।
Password : BIOS सेटिंग के लिए पासवर्ड सेट किया जा सकता है, जिससे अन्य व्यक्ति सिस्टम की BIOS सेटिंग्स को बदल नहीं सके।

CMOS Setting | Practical PDF in Hindi



CMOS Setting | Practical PDF in English









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